संवैधानिक क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने कहा, “किसी कलाकार का मूल्यांकन उसके काम से होना चाहिए, उसके अतीत से नहीं। लेकिन जनता की भावनाओं को देखते हुए इस निर्णय पर पुनर्विचार करना पड़ा।”
उन्होंने आगे कहा, “हर महिला का समाज में एक अहम स्थान है और उसे अपमानित नहीं किया जाना चाहिए। शुरुआत में हमें लगा कि पूनम पांडे मंद्रोदरी की भूमिका को सकारात्मक ढंग से निभा सकती हैं, लेकिन कुछ वर्गों के विरोध को देखते हुए हमें यह कदम उठाना पड़ा।”